आगरालीक्स…(Update full news) आगरा की छह साल की धैर्या को सलाम, सरयू में परिवार के 15 लोग डूब गए. धैर्या ने धैर्य नहीं छोडा, तैरकर निकली बाहर, दुखद छह लोगों की मौत
अयोध्या रामलला के दर्शन को गया था पूरा परिवार
आगरा के शास्त्रीपुरम में रहने वाले एक परिवार के ऊपर शुक्रवार को वज्रपात गिर गया. परिवार के कुल 15 लोग अयोध्या रामलला के दर्शन को गए हुए थे लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी यह यात्रा इतनी दुखदाई व दर्दनाक साबित होगी. अयोध्या की सरयू नदी के गुप्तारघाट पर स्नान के दौरान तेज धारा में 12 लोग नदी में बह गए. समाचार लिखे जाने तक 6 लोगों के शव मिल चुके हैं, तीन को बचा लिया गया है जबकि तीन की तलाश अभी भी नदी में चल रही है.
आगरा के शास्त्रीपुरम में रहने वाले 65 वर्षीय अशोक पुत्र नेमीचंद अपने परिवार के 14 सदस्यों के साथ अयोध्या दर्शन के लिए गए थे. ये लोग गए थे साथ
अशोक पुत्र नेमीचंद 65 साल
राजकुमारी पत्नी अशोक ( 61)
ललित पुत्र अशोक (40)
पंकज पुत्र अशोक (25)
जूली पुत्री अशोक (29)
गौरी पुत्री अशोक (28)
आरती पत्नी सतीश 35
प्रियांशी पुत्री सतीश 16
धैर्य पुत्री ललित 7
श्रुति पुत्री देवेंद्र 20
सार्थक पुत्र देवेंद्र 16
सीता पत्नी सचिन 35
दृष्टि पुत्री सचिन 4
सतीश पुत्र जगमोहन
नमन पुत्र सतीश
स्टीमर से पहुंचे थे कच्चा घाट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अयोध्या में रामलला दर्शन पूजन के बाद सभी लोग नया घाट से 5 हजार रुपये में एक स्टीमर बुक करके करीब 12 किलोमीटर दूर गुप्तार घाट आए. यहां से सभी लोग टहलते हुए कच्चा घाट तक पहुंचे. बताया जाता है कि नदी के किनारे महिलाएं हाथ पैर धोने लग गईं. इनको देखकर बच्चे व पुरुष भी नदी में आ गए.
सबसे पहले जूली का पैर फिसला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अशोक की बेटी जून का सबसे पहले नदी में पैर फिसला और वह तेज धारा में बहने लगी. इस पर उसे बचाने के लिए चार महिलाएं भी नदी के तेज बहाव में आ गईं. इसी दौरान मची अफरातफरी में सभी 12 लोग नदी में बहने लगे. नदी में से अशोक, उनका दामाद सतीश पुत्र जगमोहन व नमन पुत्र उसरा बाहर निकले और शोर मचाना शुरू कर दिया. इस पर तुरंत वहां पर गोताखोर व नाविक मौके पर पहुंचे. लोगों ने तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस को भी.
7 साल की धैर्या तैरकर निकली
सूचना पर पुलिस व प्रशासन के बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. आनन फानन में रेस्क्यू अभियान चलाया गया. गोताखोर व नाविकों ने तत्काल आरती पत्नी सतीश और गौरी पुत्री अशोक को नदी से जिंदा निकाल लिया. साल साल की धैर्या ने अपना धैर्य नहीं खोया और वह किसी तरह लहरों से लड़कर तैरती हुई बचकर किनारे आ गई.
6 की मौत, 3 लापता
काफी देर तक चले रेस्क्यू में सेना की मदद भी ली गई. सेना की एक टीम भी नदी में लोगों की तलाश में उतरी. करीब आठ किलोमीटर दूर बाी बाबा के आश्रम के पास नदी में अशोक के दो बेटे ललित व पंकज और दामाद देवेंद की पुत्री श्रुति का शव मिला. बाद में अशोक की पत्नी राजकुमारी, पुत्री सीता पत्नी सचिन व उसकी सीता की बेटी 4 साल की दृषि् का शव भी नदी से मिल गया.
3 लापता, उम्मीद कम
इधर नदी में से अभी तक तीन लोग लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए सेना और प्रशासन की टीम द्वारा लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है लेकिन अब इनकी उम्मीद भी कम जताई जा रही है. हालांकि टीम द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शोक जताया है और बचाव कार्य में तेजी के निर्देश दिए हैं.