
छात्र-छात्राओं के आक्रोश को देखते हुए विवि के खंदारी परिसर स्थित गेस्ट हाउस में बैठक हुई। कई घंटे चली बैठक के बाद छात्राओं का सेंटर लोकमणि डिग्री कॉलेज बनाने पर सहमति बन गई। मगर छात्रों के लिए स्वकेंद्र से विवि के अधिकारियों और परीक्षा समिति के सदस्यों ने इन्कार कर दिया।
इसकी जानकारी मिलते ही रात में छात्रों ने रजिस्ट्रार कार्यालय में उग्र आंदोलन शुरू कर दिया। इसी बीच विवि के अधिकारी पहुंच गए। उन्होंने छात्रों से सख्ती की, इस दौरान बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र हेमंत शर्मा की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें गंभीर हालत में परिजन दिल्ली गेट स्थित रवि हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां उन्हें आइसीयू में भर्ती किया गया है।
उधर, छात्रों और उनके परिजनों का आरोप है कि औटा अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान और कुलसचिव केएन सिंह ने छात्रों को प्रदर्शन बंद न करने पर परीक्षा में फेल किए जाने की धमकी दी थी। यही नहीं प्रति छात्र पांच हजार रुपये देने पर स्वकेंद्र बनाने के लिए सौदेबाजी की गई। जिससे छात्रों और उन के परिजनों ने इन्कार कर दिया।
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छात्रों और उनके परिजनों द्वारा गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। मैं विवि नहीं गया ही नहीं था।
डॉ. वीरेंद्र चौहान, औटा अध्यक्ष
विवि ने देर रात फैसला लिया गया है कि लोकमणि शर्मा सहित आठ अन्य कॉलेज जिनमें नकल पकड़ी गई थी। इन कॉलेजों की छात्राओं के लिए स्वकेंद्र रहेगा, जबकि छात्रों को दूसरे कॉलेज में परीक्षा देनी होगी।
केएन सिंह, कुलसचिव
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