आगरालीक्स…… गर्मी में मरीजों की लंबी लाइन लगी हुई है, ऐसे में आगरा के कमिश्नर प्रदीप भटनागर ने शुक्रवार को आदेश जारी किए हैं कि बंगाली क्लीनिक बंद कराए जाएं। कमिश्नरी में समीक्षा बैठक के दौरान कमिश्नर प्रदीप भटनागर ने आगरा, मथुरा और पफीरोजाबाद के डीएम से कहा है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बंगाली क्लीनिक पर छापे पडंवाए जाएं और उन्हें बंद कर दिया जाए। मगर उन्होंने अन्य झोलाछाप के खिलापफ कार्रवाई करने के लिए नहीं कहा है या हो सकता है कि कमिश्नर साहब के लिए झोलाछाप बंगाली डॉक्टर ही हैं। हॉस्पिटल और क्लीनिक चला रहे इंटरमीडिएट पास उनके लिए झोलाछाप नहीं है। यही नहीं आगरा में झोलाछाप क्लीनिक बंद करने के लिए लंबे समय से प्रयास चल रहे हैं। इसके बाद भी इस तरह के क्लीनिक बंद होने के बजाय बढते जा रहे हैं। यहां मरीजों की भी लंबी लाइन लगी रहती है। इसका एक बडा कारण गली मोहल्लों में चिकित्सक का न होना, स्वास्थ्य विभाग ने शहर में 43 स्वास्थ्य केंद्र खोले हैं, लेकिन वहां डॉक्टर ही नहीं रहते हैं। शुक्रवार को सीएमओ डॉ बीएस यादव देवरी रोड पहुंचे तो यहां के स्वास्थ् केंद्र का सुबह 10 बजे तक ताला नहीं खुला था, ताजगंज, जीवनी मंडी स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर ही नहीं मिले।
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