राजामंडी बाजार अध्यक्ष हेमनदास के बाद बुधवार रात उनके बेटे सुशील की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अपने साथ लगातार हो रही लूट और हत्या की घटनाओं को लेकर शुक्रवार भाजपाइयों के साथ अधिकारियों से मिलने पहुंचे व्यापारियों ने पुलिस लाइन और सर्किट हाउस में एसएसपी हटाओ, आगरा बचाओ के जमकर नारे लगाए। हत्यारों की गिरफ्तारी और मृत व्यापारी के परिवार की सुरक्षा को लेकर मंत्री ने प्रोटोकॉल तोड़ आइजी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया।
भाजपा से पहले सपा ने ली अधिकारियों की क्लास
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. रामशंकर कठेरिया ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में दोपहर दो बजे शहर के व्यापारियों की बैठक बुलाई थी, जिसमें पुलिस अधिकारियों को भी उपस्थित रहने के निर्देश दिए थे। इससे पूर्व प्रदेश सरकार के मंत्री रामसकल गुर्जर ने सर्किट हाउस में डीआइजी लक्ष्मी सिंह और एसएसपी राजेश डी मोदक के साथ बैठक कर उनको व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर दिशा निर्देश दिए। डीआइजी ने व्यापारियों को राजामंडी बाजार में डेढ़ सेक्शन पीएसी तैनात करने के साथ ही क्राइम ब्रांच के दो अधिकारी तैनात करने की जानकारी दी। उन्होंने एसएसपी को सीओ के खिलाफ जांच के निर्देश दिए।
दोपहर दो बजे मंत्री कठेरिया सर्किट हाउस पहुंचे। व्यापारियों ने एसएसपी और एसपी सिटी के सामने अपनी बात रखी। करीब ढाई बजे मंत्री ने डीआइजी को बैठक में बुलाने को फोन करने की कहा, तो बताया गया कि वह फीरोजाबाद निकल गई हैं। इससे गुस्साए व्यापारियों ने पुलिस-प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए और आइजी कार्यालय के घेराव करने का एलान कर दिया। इस बीच अधिकारियों ने मंत्री को डीआइजी के बैठक में शामिल होने को रास्ते से लौटने की जानकारी दी। तब तक मंत्री के साथ दर्जनों व्यापारियों ने आइजी कार्यालय की ओर कूच कर दिया।
कठेरिया प्रोटोकॉल तोड़ आइजी कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। इसी दौरान व्यापारियों ने एसएसपी हटाओ आगरा बचाओ की नारेबाजी शुरू कर दी। व्यापारी सीओ को निलंबित करने की मांग कर रहे थे। इस दौरान अधिकारियों ने मंत्री को बातचीत के लिए कई बार अपने साथ अंदर ले जाने का प्रयास किया। अधीनस्थों के माध्यम से उनको बुलावा भेजा गया, लेकिन मंत्री ने आइजी से धरनास्थल पर आकर मुलाकात करने को कहा। उनके न आने पर एमजी रोड पर धरना देने का एलान कर दिया। करीब तीन बजे आइजी डीसी मिश्र और डीआइजी लक्ष्मी सिंह धरनास्थल पर पहुंचे। डॉ. कठेरिया और व्यापारी नेताओं से बात की। व्यापारी नेताओं ने आइजी से एसएसपी को आगरा से हटाने और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
दहशत में परिवार, जान का खतरा
मंत्री और व्यापारियों के साथ शुक्रवार को सुशील की मां पदमा रानी, भाई महेश और हरीश तथा बहन सुनीता भी सर्किट हाउस और पुलिस लाइन पहुंची थीं। पूरा परिवार दहशत में था, महेश का कहना था कि पिता और भाई के हत्यारे उसे भी नहीं छोड़ेंगे।
कारोबारी सुशील के अंतिम संस्कार में शुक्रवार को सुबह ताजगंज श्मशान घाट पर पूरा शहर जुट गया। डॉ. रामशंकर कठेरिया और रामसकल गुर्जर ने पहुंचकर परिवार को सांत्वना दी। पुलिस की मौजूदगी में सुशील का अंतिम संस्कार हुआ।
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