आगरालीक्स…. आगरा में एडीए कमी की मिलीभगत से खाली प्लाट की रजिस्ट्री कराने पर बड़ी कार्रवाई। एडीए कर्मी, प्रोपर्टी डीलर सहित पांच को अरेस्ट कर जेल भेजा।
आगरा के शास्त्रीपुरम में एटा निवासी फरहाना फिराज के नाम से 60 वर्ग मीटर का प्लांट संख्या 178 आवंटित हुआ था। कई सालों से प्लाट खाली पड़ा हुआ था और रजिस्ट्री नहीं कराई थी। एसपी सिटी विकास कुमार का मीडिया से कहना है कि शास्त्रीपुरम निवासी सुनील गुप्ता ने खाली प्लाट को बेचने की साजिश रची। उसने एडीए कर्मचारी शिवाकुंज निवासी सत्य प्रकाश से प्लाट की जानकारी मांगी, उन्होंने जब जानकारी दे दी। इसके बाद खाली प्लाट को बेच कर कमाई करने का खेल रचा गया।
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बुर्का पहनाकर दूसरी महिला ने कराई पावर आफ एटार्नी
प्रोपर्टी डीलर सुनील गुप्ता ने शास्त्रीपुरम निवासी ढाबा संचालक प्रेमचंद को अपने नाम पावर आफ अटार्नी कराने के लिए तैयार कर लिया, एक महिला को बुर्का पहनाकर एडीए कार्यालय में ले गए और प्रेमचंद के नाम पावर आफ अटार्नी करा दी। इसके बाद प्रेमचंद के नाम रजिस्ट्री भी करा दी। इसका खर्चा पश्चिमपुरी निवासी रौतान सिंह ने किया।
प्लाट 14 लाख रुपये में बेच दिया
प्रेमचंद के नाम रजिस्ट्री होने के बाद उसी दिन प्लाट 14 लाख रुपये में एसपी शर्मा को बेच दिया गया। 14 लाख रुपये आपास में बांट लिए। एडीए के अधिकारियों को मामले की जानकारी हुई, उन्होंने एसएसपी को जांच कराने के लिए कहा। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने एएसपी सत्यनरायण से जांच कराई।
एडीए कर्मी, प्रोपर्टी डीलर सहित पांच को भेजा जेल
जेल में धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद थाना सिकंदरा में मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने एडीए में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी निवासी शिवा कुंज कैलाश मोड सत्य प्रकाश, प्रोपर्टी डीलर सुनील गुप्ता, रूप बसंत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सिचाई विभाग और फाइनेंसर रौतान सिंह को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।