आगरालीक्स…. आगरा के मास्टर प्लान के लिए डूब क्षेत्र चिन्हित किया जाएगा। डूब क्षेत्र में कोई नक्शा पास नहीं होगा और निर्माण भी नहीं हो सकेगा। जिलो कोआर्डिनेटस के आधार पर यमुना के बाएं किनारे पर अधिकतम 2.55 किलोमीटर और दाएं किनारे पर अधिकतम 5.09 किलोमीटर तक डूब क्षेत्र की सीमा लगी है। ( Agra News : ADA identify Yamuna Submerged area for Master Plan 2031 #Agra )
आगरा में 2021 में मास्टर प्लान 2031 लागू होना था लेकिन चार साल बाद भी मास्टर प्लान का ड्राफ्ट शासन से स्वीकृत नहीं हुआ है। एक बार फिर से शासन ने मास्टर प्लान वापस कर दिया है और डूब क्षेत्र चिन्हित कर मास्टर प्लान भेजने के निर्देश दिए हैं।
डूब क्षेत्र भी अलग अलग
एडीए द्वारा भेजे गए मास्टर प्लाइन में यमुना के किनारे पर 200 200 मीटर में डूब क्षेत्र चिन्हित किया गया है। मगर, एनजीटी के आदेश पर केंद्रीय जल आयोग ने जिओ को आर्डिनेटस के आधार पर यमुना के डूब क्षेत्र का निर्धारण किया है, इसके तहत यमुना के बाएं किनारे पर अधिकतम 2.55 किलोमीटर और दाएं किनारे पर अधिकतम 5.09 किलोमीटर तक डूब क्षेत्र की सीमा लगी है।
कोई नक्शा नहीं होगा पास
एडीए द्वारा डूब क्षेत्र चिन्हित किया जा रहा है, इसके बाद डूब क्षेत्र में कोई भी नक्शा पास नहीं किया जाएगा और डूब क्षेत्र में बने निर्मार्णों को भी चिन्हित किया जाएगा।