
रायसेन, मध्य प्रदेश में 65 साल के मरीज अजीजुल्ला को पेट दर्द और घबराहट की शिकायत थी। उन्हें शुक्रवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया। ड्यूटी नर्स दुर्गा धुर्वे ने उन्हें ड्रिप लगाई। करीब 15 मिनट बाद अजीज को घबराहट शुरू हो गई। उनके बेटे कलीमुल्ला ने बॉटल को देखा तो वह भी घबरा गया। वह जानवरों को लगाई जाने वाली 25 प्रतिशत डब्ल्यू/वी इंजेक्शन आईपी की बोतल थी। कलीम ने तत्काल नर्स को बुलाकर ड्रिप को बंद कराया।
मरीजों को लग चुकी है 2600 कार्टून दवा
जिला अस्पताल रायसेन के अनुसार डेनिस कंपनी की डेक्सट्रोज आईपी इंजेक्शन की खरीदी फरवरी में हुई थी। अस्पताल के सूत्रों का दावा है कि ग्लूकोज की ड्रिप वाले जिस कार्टून से जानवरों को लगने वाली डेक्सट्रोज की दो बोतल निकली हैं, ऐसे 3000 कार्टून जिला अस्पताल में सप्लाई हुए थे। इनमें में 2600 कार्टून दवा का उपयोग भी हो चुका है। एक कार्टून में 24 बॉटल दवा होती है। घटना की जांच तीन सदस्यीय समिति कर रही है। शनिवार दोपहर बाद तक रिपोर्ट मिलेगी। इसके बाद सभी जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।
Leave a comment