
डॉक्टरों ने पहले इस प्रक्रिया में करीब 24 से 36 घंटे लगने की संभावना जताई थी। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में दवाओं से कराए गया गर्भपात की प्रक्रिया 12 घंटे में पूरी हो गई।
चिकित्सक ने किया था दुष्कर्म
फरवरी में टाइफॉयड का इलाज कराने के दौरान चिकित्सक जतिन भाई के मेहता ने इस किशोरी से रेप किया था, जिसकी वजह से वह गर्भवती हो गई। गुजरात हाई कोर्ट के इन्कार के बाद किशोरी के परिजनों ने गर्भपात की इजाजत के लिए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि अगर स्त्री रोग विशेषज्ञ और क्लीनिकल मनोवैज्ञानिक इसकी अनुमति देते हैं तो गर्भपात कराया जा सकता है।
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