Artists performed amazing art in the shadow of Taj# agranews
आगरालीक्स…ताज रंग महोत्सव में रंगीन हुआ ताजमहल. शास्त्रीय नृत्य और संगीत से सराबोर हुआ माहौल. नजारा था बेहद खूबसूरत.
कलाकारों ने किया अद्भुत कला का प्रदर्शन
छठवें अन्तरराष्ट्रीय ताज रंग महोत्सव के तीसरे दिन सुबह के सत्र में भारत के विभिन्न प्रांतों से आए कलाकारों ने विश्व प्रसिद्ध मोहब्बत का पैगाम देती इमारत ताज के पार्श्व से उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति को समर्पित महोत्सव के तहत रंग बिरंगी वेशभूषा में अद्भुत अद्वितीय प्रदर्शन किया, ऐसा लग रहा था मानों ताजमहल एवं सजे सजाये कलाकारों में प्रतिस्पर्धा चल रही हो, नजारा बेहद खूबसूरत था पारंपरिक नृत्य, शास्त्रीय नृत्य व संगीत से सराबोर हुआ माहौल.
सुबह के सत्र का शुभारंभ नटराज के समक्ष दीप प्रज्वलन करके किया डॉ भीमराव आंबेडकर विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने. साथ में रहे डॉ आनंद टाइटलर, डॉ. रजनीश त्यागी, हेमंत भोजवानी,रवी दुबे, समन्वयक बंटी ग्रोवर, सोमा सिंह व आयोजक अलका सिंह.
कार्यक्रम प्रस्तुत किया महोत्सव की ब्रांड एम्बेसेडर अर्पिता विश्वास, सुजाता चटर्जी, अयान भट्टाचार्य, कुशल डेका के निर्देशन में आए कलाकारों ने. मध्यप्रदेश से आई देवांशी विस्वास ने, शाहेली दास ने अर्धनारीश्वर पर अनोखी प्रस्तुति दी. बनारस बीएचयू के कलाकारों ने रागों में गायन किया.
दोपहर के सत्र में रितु गोयल के संयोजन में काव्य फेस्टीवल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथियों में डा आनंद टाइटलर, नितेश शर्मा उपस्थित रहे .
इस अवसर पं केशव तलेगांवकर की स्मृति में कला प्रेरक सम्मान मिला
रुचि शर्मा (नृत्य), दीप्ती जादौन (ललित कला)
वीरा सक्सैना (नृत्य)
दीपावली लातुरकर (रंगमंच)
विश्व निधि मिश्र (रंगमंच)
रितु तिवारी (संगीत)
ललिता कर्मचन्दानी (संगीत)
विक्रम शुक्ला (संगीत), वेवसीरीज के अभिनेता युवराज, सत्यव्रत मुद्गल को भी सम्मानित किया गया। चमोली उत्तराखंड से आए नीरज मिश्रा व अलीगढ़ से आई वर्षा अग्रवाल के साथ- साथ आगरा से भी कई कवि व कवयित्रियों ने अपनी रचनाओं से वहाँ उपस्थित श्रोताओं का मन मोह लिया। किसी रचना ने दिल को छुआ तो किसी ने भाव-विभोर किया। कभी हास्य की धारा बही तो किसी ने अपने व्यंग्य द्वारा समाज पर कटु प्रहार किया। संयोजक रितु गोयल ने तू मात है तू वंदिनी गीत के साथ महोत्सव की थीम मिशन शक्ति को सार्थक किया। काव्य फेस्टीवल में संगीता अग्रवाल, डॉ. हिमांशु अग्रवाल, डॉ.माधवी कुलश्रेष्ठ, रिचा गुप्ता नीर, अनीता गौतम, चारू मित्रा, चित्रांगदा पाल, यश चंद्रिका के साथ दिव्यांशी कुलश्रेष्ठ व दिशा सिंह ने अपनी कविताओं से सभी को तालियाँ बजाने पर मजबूर किया। पम्मी सडाना व पूजा आहूजा कालरा ने ऑन लाइन इस काव्य गोष्ठी में भाग लिया।इस सत्र में अतिथियों में डॉ भानु प्रताप सिंह, केशव प्रसाद सिंह, संजय बैजल, रेखा कक्कड़, गया प्रसाद मौर्य, रुचि चतुर्वेदी, रीता शर्मा, संजय गुप्त, नरेंद्र बुलबुल उपस्थित रहे । काव्य सत्र से पहले गणमान्य अतिथियों के साथ ही द्वारा पर्यावरण पर लिखी निमिषा बंसल की पुस्तक ‘जब नाराज होगी प्रकृति’ का विमोचन भी किया गया ।
कवयित्री श्रुति सिन्हा ने कार्यक्रम का संचालन किया।
सहयोगी के रूप मे लालाराम तेनगुरिया, एस.के. बग्गा, ममता पचौरी,टोनी फास्टर, राखी अग्रवाल, सिंधु गुप्ता, ऋषभ कौशिक, हरी गहलोत उपस्थित रहे।
महोत्सव संयोजक सुश्री अलका सिंह ने बताया कि 24 तारीख को चौथे दिन सुबह के सत्र में रंगारंग कार्यक्रम एवं दोपहर के सत्र में 4 बजे नारी गौरव सम्मान, कला प्रेरक सम्मान एवं प्रसिद्ध रंगकर्मी दयाल प्यारी शर्मा की स्मृति में नवरत्न सम्मान दिया जाएगा, शाम छह बजे आई.आई.एफ.टी. के विनीत वबानियां के संयोजन में भारतीय परिधान प्रतियोगिता होगी जिसमें मुख्य आकर्षण बॉलीवुड अभिनेत्री एवं मिस बंगाल शिवांकिता दीक्षित, बॉलीबुड कोरियोग्राफर धनंजय कुकरेती, शुभि भटनागर, विनीत निर्णायक के रूप मे उपस्थित रहेंगी ।