Budget 2023: A balanced budget, looks like a long term development: Prof. Anju Jain
आगरालीक्स…बजट 2023 एक संतुलित बजट. दीर्घकालीन विकास की दिखती है राह. आगरा के आरबीएस कॉलेज में इकॉनोमिक्स डिपार्टमेंट की हेड प्रो. अंजु जैन से जानिए बजट 2023
बजट 2023 एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया है. इसको लेकर आगरा के आरबीएस कॉलेज के इकॉनोमिक डिपार्टमेंट की हेड प्रो. अंजू जैन ने दी अपनी राय…
2023 का बजट जो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किा वह एक बहुत ही संतुलित एवं प्रगतिशील बजट प्रतीत होता है. यह बजट महिलाओं को सशक्त करने वाला कहा जा सकता क्योंकि इसमें महिलाओं को बजत करने के लिए स्कीम चलाई गई है. इस बजट में केवल महिलाएं का ही नहीं बल्कि हर वर्ग का चाहे वो वरिष्ठ नागरिग हो, स्वरोजगार वर्ग हो, मध्यम आय वर्ग हो का भी ध्यान रखा गया है. इसलिए इस बजट को एक संतुलित बजट कहा जा सकता है. वित्त मंत्री ने सभी क्षेत्रों के विकास की बात की है. चाहे वह कृषि क्षेत्र हो, कोआपरेटिव्स हो, एमएसएमई हो या टेक्नोलॉजी का क्षेत्र. यह बजट केवल एक साल का ही नहीं बल्कि आगे गे वर्षों का भी मार्गदर्शन करता हे. मुख्य बात यह है कि इसमें कैपिटल निवेश को बढ़ाने का प्रावधान किया गया है जो कि पिछले कुछ वर्षों से कई गुना अधिक है. सरकार एक्सप्रेस वे के निमा्रण पर पहले से ही बड़ी मात्रा में निवेश कर रही है. बजट में एक्सप्रेस वे निर्माण पर और अधिक आवंटन किया गया है जो कि भारी मात्रा में रोजगार उत्पन्न करेगा और विकास की गति को तेज करेगा.
डिजिटाइजेशन और ग्रीन ग्रोथ पर अधिक फोकस किया गया है. आज वही देश तरक्की करेंगे जो डिजिटाइजेशन करेंगे ओर ग्रीन ग्रोथ का ख्याल रखेंगे. यह बजट टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट पर भी फोकस करता है. बजट में आर्टिफिशियल इंजेलीजेंस के तीन सेंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित करने की बात कही गई है, 5जी की 100 लैब्ज बनाने की बात है तो इसे अलावा युवाओं को नई टेक्नोलॉजी में स्किल करने की बात कही गई है ताकि युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाले रोजगार प्राप्त हो सकें. इस बजट में अर्बनाइजेशन पर और ट्रैवल टूरिज्म पर भी फोकस किया गया है. टूरिज्म बड़ी मात्रा में रोजगाद देता है और इसका मल्टीप्लायर प्रभाव बहुत अधिक होता है. यह बजट भारत को महाशक्ति बनाने के लिए नींव तैयार करेगा.
बजट में टैक्स की एग्जैमनेशन लिमिट 5 लाख से बढ़ाकर 7 लाख कर दी गई है. टैक्स स्लैब में भी कटौती की गई है इससे लोगों के हाथ में बचत बढ़ेगी और उनकी क्रय शक्ति में इजाफा होगा. परिणामस्वरूप मांग बढ़ेगी, उपभोग बढ़ेगा, निजी निवेश बढ़ेगा और मल्टीप्लायर काम करेगा. अर्थव्यवस्था आय के उच्च स्तर पर भी पहुंच सकेगी. परंत भय इस बात का है कि यदि मांग बढ़ी और पूर्ति नहीं बढ़ी तो मुद्रास्फीति बढ़ जाएगी और लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ेगा. सरकार को पूर्ति पक्ष प्रबंधन पर ध्यान देना होगा.
संक्षेप में यह बजट दीर्घकालीनविकास की राह दिखाता है जिसके लिए हमें अपना नया इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना है. हां नए शहर बनाने हैं, नई ग्रोथ करनी है, महिलाओं को भी साथ लेकर चलना है, कृषि की उत्पादकता भी बढ़ानी है और युवाओं को कौशल विकास भी करना है प्रधानमंत्री कौशल योजना 4.0 के तहत, ताकि युवा वर्ग को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें. अभी तक जितने भी बजट पेश हुए हैं इस सरकार के द्वारा यह बजट सबसे अच्छा प्रतीत होता है और विकास के नए आयाम खोलता है. इस बजट को एक क्रांतिकारी बजट भी कह सकते हैं.