आगरालीक्स.. आगरा में विवादों की रामलीला चल रही है, जनकपुरी आयोजन के बाद अब बारादरी को लेकर श्री मनकामेश्वर मंदिर प्रशासक और श्री राम लीला कमेटी के अध्यक्ष आमने सामने आ गए हैं। श्री राम लीला कमेटी के अध्यक्ष विधायक जगन प्रसाद गर्ग ने श्री मनकामेश्वर मंदिर स्थित बारादरी में बोर्ड लगा दिया है, इस बोर्ड पर लिखा है कि ये संपत्ति कमेटी की है। इस मामले में मंदिर प्रशासन ने आपत्ति जताते हुए थाना मंटोला में सूचना दी है।
आगरा में अक्टूबर में रामलीला और छह अक्टूबर को जनकपुरी आयोजन है। जनकपुरी विजय नगर कॉलोनी में सजाई जानी है, इसे लेकर समिति के पदाधिकारियों का विवाद चल रहा था। यह मामला शांत हुआ तो अब श्री राम लीला कमेटी और श्री मनकामेश्वर मंदिर प्रशासन के बीच बारादरी को लेकर विवाद हो गया है।
बारादरी की संपत्ति पर है विवाद
श्री मनकामेश्वर मंदिर परिसर में बारादरी है, यहां 100 साल से रामलीला का सामान रखा हुआ है, मुकुट पूजन कार्यक्रम भी बारादरी से शुरू होता है। मगर, बारादरी संपत्ति किसकी है, यह किसी को नहीं पता है। इसे लेकर 2013 में विवाद हो गया था और मुकदमा दर्ज हुआ था। कोर्ट में याचिका दायर की गई, उसे खारिज कर दिया गया। शनिवार को श्री राम लीला कमेटी के अध्यक्ष व विधायक जगन प्रसाद गर्ग का बारादरी पर बोर्ड लगा दिया गया। इस बोर्ड पर लिखा है कि कि ये संपत्ति श्री रामलीला कमेटी की है। बोर्ड लगने के बाद ही मामला गर्मा गया।
थाने में दी तहरीर
श्री राम लीला कमेटी द्वारा बोर्ड लगाए जाने के बाद विवाद शुरू हो गया। श्री मनकामेश्वर मंदिर प्रशासक हरिहर पुरी ने बोर्ड लगाए जाने और उस पर संपत्ति कमेटी की बताने पर आपत्ति करते हुए थाना मंटोला में तहरीर दी है।
दुकान हटाने को लेकर शुरू हुआ विवाद
इस बार विवाद का कारण दुकान हटाने को लेकर शुरू हुआ है। श्री मनकामेश्वर मंदिर परिसर में बारादरी के बाहर दुकानें लगाई जाती हैं, इन्हें हटा दिया गया था। ये दुकानें दोबार लग गई, शनिवार को मंदिर प्रशासन ने दोबारा दुकानें हटा दी। इसके कुछ देर बाद ही बारादरी की संपत्ति को लेकर बोर्ड लग गया।