प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति ने आरटीआई के तहत आगरा कॉलेज में शिक्षक रहे छीपीटोला निवासी डॉ सुनील कुमार जैन के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी मांगी थी। इस पर पुलिस ने शून्य आख्या दे दी, समिति ने अपील की। इस पर आगरा पुलिस द्वारा आरटीआई में दिए गए जवाब में स्वीकार किया है कि डॉ सुनील कुमार जैन पर 1990 में थाना न्यू आगरा में अपराध क्रमांक संख्या 447 में धारा 147 148 149 307 436 में मुकदमा दर्ज है, वे छठवें नंबर पर आरोपी हैं। दूसरे मुकदमे में वे तीसरे नंबर के आरोपी हैं और अपराध क्रमांक संख्या 447 ए पर 395 336 धाराओं में मुकदमा दर्ज है। हालांकि, सुनील कुमार जैन के पिता और पता मुकदमे में दर्ज नहीं है, आगरा कॉलेज के प्रबंधक लिखा हुआ है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अयोध्या सिंह इस मामले में हाईकोर्ट में जाने की तैयारी कर रहे हैं।
उधर, यूपीपीएससी के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ सुनील कुमार सिंह ने मीडिया में कहा कि उक्त मुकदमे उन्हीं के नाम के एक पार्षद पर स्थानीय नेताओं के साथ महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करने और अधिकवक्ताओं से मारपीट होने पर दर्ज किए गए थे। इस मामले में वर्ष 2012 में पार्षद दोष मुक्त हो चुके हैं, उन्होंने मुकदमे में गलत वल्दियत लिखे जाने की बात भी कही थी।
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