Agra News: Shri Banke Bihari Satsang Samiti of Agra celebrated
Dr Arun Jain take charge of IAP, Agra President #agra
आगरालीक्स ….आगरा के बाल रोग विशेषज्ञों की संस्था आईएएपी, आगरा के अध्यक्ष डॉ. अरुण जैन बनाए गए हैं, 10 करोड़ बच्चों पर सिर्फ दो हजार न्यूरोलॉजिकल विशेषज्ञ।
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडिएट्रिक्स के आगरा चैप्टर के अधिष्ठापन समारोह का आयोजन होटल होली-डे-इन में किया गया। शाखा की कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें डॉ. अरूण जैन को अध्यक्ष डॉ.योगेश दीक्षित को सचिव व डॉ. विनय कुमार मित्तल को कोषाध्यक्ष चुना गया। डॉ.अमरकांत गुप्ता व डॉ. संजीव अग्रवाल उपाध्यक्ष, डॉ. राहुल पैंगोरिया, डॉ. स्वाति द्विवेदी संयुक्त सचिव, डॉ. अतुल बंसल वैज्ञानिक सचिव, डॉ. अभिषेक गुप्ता सांस्कृतिक सचिव चुने गए। डॉ. केएल गर्ग, डॉ. मनीष कुमार सिंह, डॉ. सचिन चावला, डॉ. ऋषि बंसल, डॉ. राम क्षितिज शर्मा, डॉ. सोनिया भट्ट, डॉ. अनुभव जैन, डॉ. पंकज कुमार कार्यकारिणी सदस्य बने।
निर्वाचिन अधिकारी डॉ. प्रदीप चावला, डॉ. आरएन द्विवेदी, डॉ. राजीव कृषक रहे। मुख्य अतिथि इंडियन एकेडमी ऑप पीडिएट्रिक उप्र चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. संजय निरंजन व विशिष्ठ अतिथि डॉ. राजेश्वर दयाल थे। डॉ. संजय सक्सेना ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। डॉ. अजय कालरा को केन्द्र आईएपी में लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार मिलने पर सम्मानित किया। डॉ. राजेश्वर दयाल इंटरनेशनल पीडिएट्रिक्स एसोसिएशन (आईपीए) स्टैंडिंग कमेटी मैम्बर बनने पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ.युवराज सिंह, डॉ. सुनील अग्रवाल, डॉ. अनिल अग्रवाल, डॉ. के कुलश्रेष्ठ, डॉ. आरएन शर्मा, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. नीरज यादव आदि उपस्थित थे।
देश में 10 करोड़ बच्चों के लिए सिर्फ दो हजार न्यूरोलॉजिकल विशेषज्ञ
भारतीय बाल एकेडमी के उप्र शाखा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. संजय निरंजन (लखनऊ) ने अपने व्याख्यान में बताया कि देश के 10 करोड़ बच्चों के लिए सिर्फ दो हजार न्यूरोलॉजिकल विशेषज्ञ हैं, जबकि आवश्यकता 70 हजार की है। 7 वर्ष की उम्र तक लगभग 20 फीसदी बच्चों में बर्ताव या विकास की कोई न कोई समस्या होती है। यानि हर पांच बच्चों में एक में समस्या होती है। प्रदेश में 24 करोड़ आबादी और बच्चों की 3 करोड़ बच्चों के लिए मात्र एक ही न्यूरोलॉजिस्ट हैं लखनऊ में। उप्र विश्व का पांचवा सबसे बड़ा देश माना जाता है। जहां बच्चों के विकास व स्वास्थ्य के लिए काम करने को हमें अपने तरीके ढूंढने होंगे। जिससे उनके विकास में किसी तरह की गड़बड़ न हो। डॉ. राकेश भाटिया ने बच्चों में पीलिया के टीकाकरण पर व्याख्यान दिया। बच्चों के दिमागी विकास व व्यवहार सम्बंधिक समस्याओं पर सीएमई का आयोजन हुआ। डॉ. अनूप कुमार गोष्ठी के चेयरपर्सन रहे। डॉ. राहुल भारत, डॉ. टीके यादव, डॉ. उजैना, डॉ. साबी ने भी बच्चों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर व्याख्यान दिए।