Kanak Dubey, Mridul Saraswat, Shaurya Srivastava now named among rated
International Medical Education programme focus on Women health says Ex President FOGSI Dr Jaideep Malhotra
आगरालीक्स ..आगरा से देश दुनिया में महिलाओं के स्वास्थ्य की अलख जगेगी। देश में महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंतन, बदलाव और नई तकनीकों के प्रसार पर प्रयास शुरू हो चुके हैं। फेडरेशन आफ आब्सटेट्रिकल एंड गायनेलाॅजिकल सोसायटी आफ इंडिया (फाॅग्सी), इंडियन सोसायटी फाॅर प्रीनेटल डायग्नोसिस एंड थैरेपी (इस्पात) और इंडियन सोसायटी आफ असिस्टेड रिप्रोडक्शन ने एक मंच पर आकर इसकी पहल की है। इसके तहत इंटरनेशनल मेडिकल एजूकेशन एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू किया गया है। आगरा के डॉक्टरों ने इस समझौते का नेतृव किया है।
इजिप्ट के 10 दिवसीय दौरे पर कई चिकिसकीय पद्द्यतियों का अध्धयन कर भारत लौटने के बाद फाॅग्सी की पूर्व अध्यक्ष एवं इसार कीं अध्यक्ष आगरा कीं डा. जयदीप मल्होत्रा ने बताया कि देश में महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर एक नई शुरूआत करने की गई है। स्त्री एवं प्रसूति क्षेत्र हो, टेस्ट ट्यूब बेबी या महिलाओं से जुड़ीं सामान्य-असमान्य समस्याएं, दुनिया भर में इस पर काम हो रहा है। किसी एक देश में कोई एक तकनीक विकसित हुई है तो किसी दूसरे देश को किसी और तकनीक में महारथ हासिल है। ऐसे में हमारा मानना है कि चिकित्सा क्षेत्र में विकसित हो रहीं इन तकनीकों का संबंधित देश तक सीमित रहना ही काफी नहीं है। इसका लाभ दूसरे देशों को भी पहुंचना चाहिए। यही वजह है कि फाॅग्सी, इसार और इस्पात जैसे संगठनों ने फाॅरेन मेडिकल एकेमिक एजूकेशन एक्सचेंज प्रोग्राम पर जोर दिया है। इस समझौते की रूपरेखा बनाने और इसे आगे बढ़ाने में फाॅग्सी इंटरनेशनल एक्सचेंज कमेटी की चेयरपर्सन डा. वर्षा वाष्णेय का विशेष योगदान रहा। इस कार्यक्रम के तहत भारत के डॉक्टर इजिप्ट जाकर और इजिप्ट के डॉक्टर भारत आकर इलाज की नई तकनीकों का शिक्षण-प्रशिक्षण प्रोफेशनली एवं कम्युनिकेशन के माध्यम से करेंगे। आने वाले दिनों में स्त्री एवं प्रसूति क्षेत्र में अन्य देशों के साथ भी यह समझौता किया जाएगा।
डाॅक्टरों, मेडिकल छात्रों के शिक्षण-प्रशिक्षण पर आधारित है समझौता
फाॅग्सी कीं पूर्व अध्यक्ष डा. साधना देसाई ने बताया कि इंटरनेशनल मेडिकल एकेडमिक एजूकेशन एक्सजेंच प्रोग्राम की शुरूआत इजिप्ट से की गई है। यहां 29 सितंबर से 07 अक्टूबर 2019 तक इजिप्ट कायरा यूनिवर्सिटी में आयोजित हिस्टेरोस्कोपिया, एआरटीस्कोपिया आॅन द नाइल सम्मेलन में इजिप्ट कायरा यूनिवर्सिटी कीं डीन डा. हलाला और डा. ओसामा शाॅकी के साथ यह समझौता किया गया है, जिसके तहत महिला स्वास्थ्य और आईवीएफ के क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान का आदान-प्रदान और मेडिकल छात्रों के शिक्षण-प्रशिक्षण का काम होगा। न सिर्फ भारत के चिकित्सक और मेडिकल छात्र इजिप्ट जाएंगे बल्कि इजिप्ट के दल भी भारत आएंगे। इसी तरह आने वाले दिनों में अमेरिका और नेपाल सहित तमाम देशों के साथ वहां होने वाले चिकित्सकीय सम्मेलनों के अंतर्गत यह समझौता किया जाएगा।
100 भारतीय चिकित्सकों का दल बना गवाह
फाॅग्सी के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. नरेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि भारत और इजिप्ट के बीच हुए इस अंतर्राष्ट्रीय मेडिकल एजूकेशन एक्सचेंज प्रोग्राम के गवाह 100 भारतीय चिकित्सक भी बने। सभी ने अपनी-अपनी राय रखी। सम्मेलन में 100 चिकित्सकों ने भारत का तो 100 चिकित्सकों ने इजिप्ट का प्रतिनिधित्व किया। 10 दिवसीय दौरे के पहले चार दिन इजिप्ट का इतिहास जानने के साथ ही उससे जुड़ीं पुरानी चिकित्सा पद्धतियों को जानने की कोशिश की गई। इसके बाद सम्मेलन के अंतर्गत हिस्टेरोस्कोपी, लेप्रोस्कोपी और टेस्ट ट्यूब बेबी सहित तमाम विषयों पर व्याख्यान चले।