आगरालीक्स…. जिस मां ने गर्भ में नौ महीने तक पाला, उस नन्हीं परी को आगरा में मरने के लिए सर्द रात में सडक किनारे फेंक दिया, उसे एक युवक ने उठा लिया, वह चाहता कि बिटिया उसके घर रहे, लेकिन पुलिस ने उसे चाइल्ड लाइन संस्था को सौंप दिया है। कानूनी औपचारिकता के बाद नवजात को सौंपा जाएगा।
एत्माद्दौला के नुनिहाई में बुधवार रात 12 बजे दो बाइक सवार एक नवजात कन्या को सड़क किनारे फेंककर भाग गए। कपड़ों में लिपटी नन्हीं परी को फेंकते हुए नगला विहारी निवासी हरीशंकर ने देख लिया। वह भागकर गया और देखा तो एक सुंदर नन्हीं से नवजात शिशु पड़ी थी। हरीशंकर की दस साल पहले सपना से शादी हुई थी। उसके कोई संतान नहीं थी। बच्ची को जिंदा देखकर उसे बेटी के रूप में पालने का सपना सजा लिया। खुशी में झूमते हुए वह नवजात को लेकर घर पहुंच गया। इससे उसकी जान बच गई। कुछ ही घंटे बाद पुलिस को जानकारी मिल गई। इसके बाद पुलिस चाइल्ड लाइन संस्था के कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंच गई। पुलिस ने बालिका को चाइल्ड लाइन संस्था की सुपुर्दगी में दिला दिया। इसके बाद ट्रक चालक मायूस हो गया। हरीशंकर का कहना है कि वह बालिका को लेने के लिए कानूनी औपचारिकता पूरी करने को भी तैयार है।
Leave a comment