आगरालीक्स… आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर सर्विस रोड धंसने से एसयूवी के 20 फीट नीचे गिरने के मामले में नया मोड, सर्विस रोड पर समय पूर्व बनाने के लिए आगरा की पीएनसी इन्फ्राटेक को 58 करोड रुपये का बोनस दिया गया था। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, योगी सरकार द्वारा पीएनसी को 58 करोड का बोनस दिया गया, यह पीएनसी इन्फ्राटेक लिमिटेड की 2017 18 फाइनेंशियल ईयर के चौथे क्वाटर की रेवेन्यू रिपोर्ट में भी दर्ज है।
302 किलोमीटर लंबे आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे का 56 134 किलोमीटर का आगरा से फीरोजाबाद का हिस्सा पीएनसी इन्फ्राटेक द्वारा बनाया गया है, आगरा की पीएनसी इन्फ्राटेक कंपनी के डायरेक्टर मेयर नवीन जैन के भाई पीके जैन, सीके जैन, वाईके जैन हैं।
58 करोड दिया गया बोनस
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे का सर्विस रोड बनाने का काम पीएनसी को दिया गया था, पीएनसी ने निर्धारित समय से पहले काम पूरा कर दिया, पॉलिसी के तरह कुछ राज्यों में समय से पूर्व काम करने वाली कंपनियों को अवार्ड दिया जाता है। इसी के तहत पीएनसी को 58 करोड रुपये का बोनस दिया गया है। यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी का मीडिया से कहना है कि सर्विस रोड के धंसने की थर्ड पार्टी जांच राइटस से कराई जा रही है, यह रिपोर्ट 12 दिन में आ जाएगी।
20 फीट नीचे गिर गई थी दौडती एसयूवी
आगरा में बुधवार सुबह छह बजे आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर फतेहाबाद स्थित डौकी के वाजिदपुर पुलिया पर सर्विस रोड धंसने से एक्सयूवी कार 20 फीट गहरे गडढे में फंस गई थी।आगरा से लखनऊ तक बने 302 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे को कई हाईवे निर्माण कंपनियों ने बनाया है, इसमें से आगरा में 50 किलोमीटर का हिस्सा पीएनसी द्वारा बनाया गया है, इस कंपनी के डायरेक्टर आगरा के मेयर नवीन जैन के भाई पीके जैन, सीके जैन, वाईके जैन हैं।
सुबह छह बजे हुआ हादसा, धंसती गई सडक
कन्नौज के थाना गुरुसहायगंज के समधन निवासी मोहम्मद नूरशाह और रजित कुमार भाड़े पर गाड़ी चलाते हैं। उनके घर के पास रहने वाला अब्दुल उसीन मुंबई में टैक्सी चालक है। अब्दुल ने नूरशाह और रजित कुमार का मुंबई के अंधेरी वेस्ट में एक व्यक्ति से होंडा सीआरवी एक्सयूवी कार का सौदा कराया था। 31 जुलाई को मोहम्मद नूरशाह, रजित कुमार, अब्दुल और फर्रुखाबाद के कमालगंज निवासी अब्दुल हलीम मुंबई से खरीदी गई होंडा सीआरवी एक्सयूवी से मुंबई से कन्नौज के लिए रवाना हुए। मुंबई से ये सभी जीपीएस की मदद से आ रहे थे। मोहम्मद नूरशाह के मुताबिक आगरा पहुंचने पर बुधवार सुबह उनके नेटवर्क ने काम करना बंद कर दिया। इससे वह सुबह छह बजे लखनऊ एक्सप्रेस वे की जगह सर्विस रोड पर चले गए। फतेहाबाद स्थित डौकी के वाजिदपुर पुलिया पर अचानक सड़क पर गड्ढा दिखाई दिया, गडढे से बचने के लिए कार को सड़क किनारे मोड दिया, इसी दौरान पूरी सड़क धंस गई, चारों कार समेत 40 फीट गहरी खाई में समेत जा गिरे।
सीट बेल्ट से लगी होने से खरोंच तक नहीं आई
होंडा सीआरवी एक्सयूवी गडढे में बीचों बीच फंस गई, चारो सीट बेल्ट लगी होने के चलते एयरबैग खुलने से वह बच गए। कार का दरवाजा किसी तरह खोलकर निकलने के बाद वह मुख्य सड़क पर पहुंचे। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। इसके बाद क्रेन की मदद से कार को
एक नजर में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे
– 302 किलोमीटर ग्रीनफील्ड 6 लेन हाइवे है जिसे जरूरत पड़ने पर 8 लेन किया जा सकता है।
– हाइवे 13 हजार करोड़ रुपये की लागत से बना है।
– ये हाइवे एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से लैस होगा। धुंध और कोहरे में भी लोगों को कम परेशानी होगी।
– यूपी सरकार का दावा है कि इस हाइवे को 23 महीने में बना दिया गया जो देश में एक रिकॉर्ड है।
– 6 महीने में 3500 हेक्टेयर भूमि 30 हजार किसानों से समझौता कर खरीदी गई और हाइवे बनाया गया।
– हाइवे पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान उतर सकें इसके लिए 3.3 किलोमीटर की हवाई पट्टी भी बनाई गई है।
– यह हाइवे आगरा में दिल्ली-आगरा से लिंक है जिससे दिल्ली से लखनऊ का सफर अब बेहद आसान हो गया है।
– हाइवे पर पुल, पुलिया, अंडरपास जैसी 911 छोटी बड़ी संरचनाएं बनाई गई हैं जो 8 लेन के हिसाब से हैं।
– हाइवे पर 4 रेलवे ओवर ब्रिज भी हैं ताकि सड़क पर आवाजाही में कहीं कोई रुकावट नहीं हो।
