आगरालीक्स …आगरा में खुले रुपये न होने पर बच्ची को इलाज नहीं मिल सका, उसकी मौत हो गई। इससे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। प्राइवेट हॉस्पिटल में उसे भर्ती करने से इन्कार कर दिया, एसएन लेकर पहुंचे तो उसे दिल्ली रेफर कर दिया।
आंवलखेड़ा निवासी सोनू रावत की पत्नी रंजना रावत ने 15 दिन पहले एक बच्ची को जन्म दिया था। बच्ची का नाम लक्ष्मी रखा। जन्म से बच्ची के पीठ पर एक फोड़ा था। उससे बच्ची को संक्रमण हो रहा था। आठ तारीख को नोट बंद होने के आदेश के बाद प्राइवेट अस्पतालों ने उसका छोटे नोट न होने पर इलाज बंद कर दिया। वह बच्ची को घर ले आए। सोनू के अनुसार प्राइवेट हॉस्पीटल ने उसका इलाज करने से मना कर दिया। थक हार कर वह बच्ची को लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंचा। यहां दो दिन से बच्ची भर्ती थी, सोमवार को उसे दिल्ली रेफर कर दिया। सोनू की जेब में सिर्फ 500 और 1000 के नोट थे। एक भी छोटा नोट नहीं था। कोई भी एंबुलेंस चालक या अन्य वाहन वाले उसे दिल्ली ले जाने को तैयार नहीं थे।
बैंक में भी नहीं मिले रुपये
रविवार को बैंक खुलने पर सोनू और उसके परिवार के अन्य सदस्य बैंक में भी घंटों लाइन में लगे रहे, मगर वहां भी नंबर आने तक बैंक बंद हो गई। मजबूरी में रात को सोनू बच्ची को घर ले आया। गांव में मदद मांगी, मगर नहीं मिली। सुबह बेटी की मौत हो गई।
Leave a comment