आगरालीक्स…. आगरा में मिशनरी, कान्वेंट स्कूलों में प्रवेश शुरू हो चुका है, किताब कॉपी बैग से लेकर फीस भी बढेगी, सरकार ने बैग का वजन निर्धारित किया है लेकिन यह कागजों से बाहर नहीं निकल सका है।
आगरा के टॉप मिशनरी और कान्वेंट स्कूलों में नर्सरी में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही स्कूल में पढे रहे छात्रों के फाइनल टर्म टेस्ट चल रहे हैं, कुछ स्कूलों में मार्च में और अधिकांश में अप्रैल से नए सत्र की पढाई शुरू हो जाएगी। इस बार भी बैग और किताब कॉपी के साथ फीस बढी हुई होगी।
स्कूलों की 7. 86 फीस बढेगी
आगरा के मिशनरी और कान्वेंट स्कूलों की एसोसिएशन अप्सा के अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने बताया कि सत्र 2020 में स्कूल फीस में पिछले साल की फीस में 7. 86 फीसद की बढोत्तरी करने का निर्णय लिया गया है।
उधर, तमाम स्कूलों में फीस के साथ कंप्यूटर क्लास से लेकर अलग अलग मद में पैसे बढाए जा रहे हैं, इससे पफीस लगातार बढ रही है।
कमीशन का खेल, एमआरपी पर किताब कॉपी
किताब कॉपी, बैग और यूनीपफॉर्म पर कमीशन का खेल चलता है। मिशनरी और कान्वेंट स्कूल की किताब कॉपी और यूनीपफॉर्म निर्धारित बुक सेलर पर भी मिलती हैं, कुछ स्कूलों में ही किताब कॉपी के लिए काउंटर लगा दिए जाते हैं। किताब कॉपी एमआरपी से दी जा रही हैं।
सरकार ने दो साल पहले बनाई नीति
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 2018 में स्कूल बैग का वजन निर्धारित करते हुए एक पॉलिसी बनाई थी। चिल्ड्रन स्कूल बैग एक्ट 2006 के अनुसार स्कूल बैग का वजन छात्र के वजन के 10 फीसद से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
नई गाइड लाइन के अनुसार यह होना चाहिए वजन
कक्षा पहली और दूसरी – स्कूल बैग का वजन 1. 5 किलोग्राम से अधिक ना हो
कक्षा दूसरी से पांचवीं तक – स्कूल बैग का वजन दो से तीन किलोग्राम के बीच होना चाहिए
कक्षा छठी और सातवीं – स्कूल बैग का वजन 4 किलोग्राम से अधिक ना हो
कक्षा आठवीं और नवी – स्कूल बैग का वजन 4 .5 किलोग्राम से अधिक ना हो
कक्षा 10 वीं – स्कूल बैग का वजन 5 किलोग्राम से अधिक ना हो