आगरालीक्स …आगरा नगर निगम की आरआई शिप्रा गुप्ता को विजिलेंस टीम ने एक लाख रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा। दो लाख रुपये मांगी थी रिश्वत, जानें पूरा मामला।
आवासीय से व्यावसायिक में भवन ट्रांसफर करने के लिए मांगे थे दो लाख रुपये
कमला नगर ई ब्लॉक के रहने वाले कारोबारी सुभाष अग्रवाल अपने मकान को आवासीय से व्यावसायिक में ट्रांसफर कराना चाहते थे, इसके लिए राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता से संपर्क किया। पहले कई चक्कर लगवाए इसके बाद दो लाख रुपये में व्यावसायिक में मकान बदलने पर तैयार हो गईं। मगर, काम करने से पहले एक लाख रुपये मांगे। सुभाष अग्रवाल ने चार जनवरी को नगर निगम की राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता द्वारा दो लाख रुपये रिश्वत मांगने की शिकायत की, विजिलेंस टीम ने जांच करने के बाद रंगे हाथ पकड़ने के लिए प्लानिंग की।
नगर निगम के गेट पर रिश्वत का लिफाफा लेते पकड़ा
राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता से सुभाष अग्रवाल ने एक लाख रुपये देने की बात कही, दोपहर में राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने कारोबारी सुभाष अग्रवाल को नगर निगम बुलाया। यहां पहले से ही विजिलेंस की टीम सादा वर्दी में तैनात थी। शिप्रा गुप्ता ने नगर निगम के गेट पर मिलने के लिए कहा, सुभाष अग्रवाल एक लाख रुपये लिफाफे में रखकर नगर निगम के मेन गेट पर लगे बैरियर पर खड़े हो गए, जैसे ही राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने लिफाफा पकड़ा, विजिलेंस टीम ने उन्हें पकड़ लिया और गाड़ी में बिठाकर ले गए। राजस्व निरीक्षक को नगर निगम के गेट से पकड़ कर ले जाने से खलबली मच गई, अधिकारी और कर्मचारी बाहर निकल आए, कुछ देर तक पता नहीं चला। करीब एक घंटे बाद स्पष्ट हुआ कि विजिलेंस टीम राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता को एक लाख रुपये रिश्वत लेने पर पकड़ कर ले गई है।
कमला नगर और बल्केश्वर का है चार्ज
राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता पर कमला नगर और बल्केश्वर का चार्ज है, मूलरूप से फिरोजाबाद की रहने वाली हैं। ये दोनों की पॉश एरिया हैं। यहां हाउस टैक्स के असेसमेंट से लेकर आवासीय मकानों को व्यावसायिक करने में का बड़े स्तर पर काम चलता है।