आगरालीक्स (19 अक्टूबर)..बिहार में सियासी संग्राम तेज हो गया है, बिहार विधानसभा के चुनावों के पहले चरण का मतदान नौ दिन बाद होना है। सत्तारूढ़ दल जेडीयू के नेता नीतीश कुमार चौतरफा हमला झेल रहे हैं। कांग्रेस और आरजेडी का महागठबंधन, मायावती, औवेसी और देवेंद्र यादव के गठबंधन के अलावा कल तक राजद का हिस्सा रहे पासवान की एलजेपी के हमले झेलने पड़ रहे हैं। राज्य में रोजगार और विकास के मुद्दे को लेकर विपक्षी दल नीतीश सरकार को घेर रहे हैं। तो राजद और भाजपा आत्मनिर्भर और विकसित बिहार का दावा कर वोट मांग रहे हैं। तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर उनकी सरकार बनी तो पहले दस्तखत से राज्य में दस लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा।
संगीतमय चुनाव प्रचार
राज्य में चुनाव प्रचार में गीत-संगीत का जमक प्रयोग किया जा रहा है। खासतौर पर भोजपुरी गीतों का बोलबाला है। कांग्रेस ने चुनाव प्रचार का गीत जारी किया है तो भाजपा ने भी मनोज तिवारी का गीत जारी किया है। महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने एक गीत जारी किया तो उसकी लांचिग के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेंद्र बघेल को खासतौर पर बुलाया गया था।
प्रचार करने पहुंचे विधायक को भगाया
राज्य के अरवल जिले की कुर्था विधानसभा सीट से जेडीयू विधायक सत्यदेव कुशवाह को ग्रामीण युवकों के गुस्से का सामना करना पड़ा। आक्रोशित युवकों ने विधायक को घेर लिया और उनसे गांव से बाहर निकल जाने को कहा। इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में गुस्साए युवक कह रहे हैं कि आप दस साल से क्षेत्र के विधायक हैं लेकिन इस दौरान क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं हुआ और आप भी क्षेत्र की सुध लेने कभी नहीं आए।
भैंस पर चढ़कर चुनाव प्रचार
लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए भैंस पर चढ़कर चुनाव प्रचार करना एक प्रत्याशी को महंगा पड़ गया। उक्त प्रत्याशी के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम औऱ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने के आऱोप में गया के सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। गया शहरी विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के प्रत्याशी परवेज मंसूरी भैंस पर चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से कह रहे थे कि राज्य में प्रदूषण बढ़ रहा है इसलिए वह भैंस पर चढ़कर चुनाव प्रचार कर रहे थे।