आगरालीक्स.. आगरा में सीने में दर्द के बाद मरीज की एंजियोग्राफी और छल्ला (स्टेंट) डलवाने के बाद के अनुभव सुनिए, इससे जान बचने के साथ खर्चा भी कम है, आगरा में कहां इलाज कराएं, यह भी जान लें।
अविका कार्डियक केयर, रवि हॉस्पिटल परिसर में सीने में दर्द के बाद परिजनों ने बुजुर्ग मरीज को भर्ती कराया। एंजियोग्राफी में ब्लॉकेज थी, छल्ला डाला गया, मरीज अब ठीक हैं, उनका कहना है कि अविका कार्डियक केयर के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ मनीष शर्मा डीएम कार्डियोलॉजी ने बहुत अच्छा इलाज किया है, एंजियोग्राफी और छल्ला डलवाने में कोई समस्या नहीं आई।
क्या है एंजियोग्राफी

दिल के द्वारा पूरे शरीर को खून की सप्लाई की जाती है, दिल को भी खून की जरूरत होती है,जिससे आॅक्सीजन मिलती रहे और दिल धडकता रहे। कॉरोनरी आर्टरीज से दिल को खून की सप्लाई की जाती है। आगरा के अविका कार्डियक केयर सेंटर के निदेशक ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि कोरोनरी ब्लॉकेज से दिल में खून की सप्लाई कम होती जाती है, इससे सीने में दर्द होने लगता है। एंजियोग्राफी में हाथ और पैरों की नस के माध्यम से एक कैमरा दिल की धमनियों में डाला जाता है, इससे ब्लॉकेज का सटीक पता चल जाता है।
क्या है छल्ला डालना
सीने में दर्द होने पर ईसीजी और ईको में कई बार संकेत नहीं मिलते हैं लेकिन एंजियोग्राफी से दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का सटीक पता चल जाता है। अविका कार्डियक केयर सेंटर के निदेशक ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि ब्लॉकेज से दिल तक खून कम मात्रा में पहुंचता है, इसके लिए छल्ला स्टेंट डाला जाता है, इस छल्ले से धमकी की ब्लॉकेज खत्म हो जाती है और खून पूरी मात्रा में दिल तक पहुंचने लगता है। यह आसान प्रक्रिया होती है, मरीज की 24 घंटे के बाद छुटटी कर दी जाती है।
ह्रदय रोगी संपर्क करें

अविका कार्डियक केयर, रवि हॉस्पिटल परिसर, दिल्ली गेट आगरा
मोबाइल नंबर 7088680000
मरीज की जुबानी
युवाओं में बढ रहा हार्ट अटैक कार्डियोलॉजिस्ट डॉ मनीष शर्मा