
मुखबिरी करने पर पहुंचे जान से मारने
सिकंदरा का ककरैठा निवासी अनिल यादव की गांव में दूध की डेयरी है। अनिल ने बताया कि वे रात 11.15 बजे अपने चचेरे भाई बबलू पुत्र राजेंद्र के साथ भावना टावर स्थित प्लाट से बुलट से घर लौट रहे थे। रेलवे पुल से उतरते ही उनके पीछे बिना नंबर की जायलो गाड़ी लग गई। गाड़ी में आठ-दस हथियारबंद लोग बैठे थे। उन्होंने दोनों भाइयों को ललकारते हुए हाईवे पर गोली चलाई। वे जान बचाकर गांव की ओर भागने लगे। जब महर्षिपुरम के मोड़ पर पहुंचे तो हमलावरों ने गाड़ी रोककर राइफल और पिस्टलों से फायरिंग करना शुरू कर दिया। दोनों भाई बुलट छोड़कर महर्षिपुरम की ओर दौड़ पड़े।
चीखपुकार मचाने पर आसपास के लोग निकले मगर गोलियों की आवाज सुनकर सहम गए। इसी बीच अनिल का भाई विनीत भी बाइक से महर्षिपुरम के मोड़ पर पहुंच गया। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। गोलियों की आवाज सुनकर चीता मोबाइल के सिपाही मौके पर पहुंच गए। सीओ हरीपर्वत ने बताया कि घटना के पीछे तीन दिन पहले आबकारी टीम ने कालीचरण के घर से 41 पेटी शराब पकड़ी थी। इसी को लेकर गांव के पप्पू यादव और कालीचरण समेत अन्य साथियों ने फायरिंग की है। मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस देखती रही, बदमाश गोली चलाते रहे
पुलिस को देखकर जायलो सवार हमलावर ककरैठा गांव की ओर भागे। उन्होंने राजेंद्र यादव के घर के सामने फायरिंग की और दोबारा महर्षिपुरम में पहुंच गए। यहां पहुंचकर उन्होंने सिपाहियों के सामने गोली चलाई। इस पर हमलावर गाड़ी छोड़कर भाग निकले।
Leave a comment