
रविवार को लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि मोदी सरकार लोकलुभावन वादों और प्रचार के बल पर सत्ता में आई, लेकिन लोगों को अब निराशा हाथ लगी है। उन्होंने कहा की मोदी के मंत्री घमंड में हैं और जनता की आवाज नहीं सुनते। यहां तक की यूपीए और एनडीए सरकार में अब कोई अंतर नहीं रह गया है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पूंजीपतियों की हितैषी और गरीबों, दलितों और पिछड़ों का शोषण करने वाली पार्टी है। समाजिक सुरक्षा और जनधन योजना के नाम पर गरीबों से पैसा लिया जा रहा है, जबकि उन्हें मदद करनी चाहिए। इन योजनाओं पर केंद्र खुद पैसा खर्च करने को तैयार नहीं।
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