मैनपुरी के रहने वाले अनिल यादव ने आगरा कॉलेज से एमएससी और पीएचडी की थी, कॉलेज के समय में अक्षय गौतम के साथ गुंडई के आरोपों में थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज हुआं। अनिल यादव के खिलाफ गैंगस्टर के साथ ही जमीन कब्जाने सहित कई मामले दर्ज हैं। इसके बाद भी सपा सरकार में वे लोक सेवा आयोग के सदस्य और इस बार अध्यक्ष बना दिए गए। इस मामले में अनिल यादव के खिलाफ सतीश कुमार और अन्य की तरपफ से जनहित याचिका दायर की गई थी।
83 बायोडाटा और एक दिन में बना दिए अध्यक्ष
यूपीपीएससी के चेयरमैन पद के लिए 83 आवेदन आए थे, एक दिन में ही उन पर विचार करने के बाद अनिल यादव को अध्यक्ष बना दिया गया। जनहित याचिका में यह भी कहा गया था कि अनिल यादव के खिलापफ आगरा में दर्ज मामले लंबित हैं, इसके बाद भी उन्हें अध्यक्ष कैसे बना दिया गया।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं को पीटने के बाद भेजा था जेल
तीन अप्रैल 2015 को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने अनिल यादव को हटाने की मांग करते हुए कमला नगर स्थित उनके घर पर पुतला पफूंका था, अनिल यादव के समर्थकों ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को दौडा दौडा कर पीटा था, इसके बाद डकैती में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। आशीष शास्त्री, सौरभ पाराशर, नवीन गौतम और प्रशांत परमार को 14 दिन बाद जमानत मिली थी।
कमला नगर में भी दबंगई
अनिल यादव का कमला नगर के ई ब्लॉक में आवास है। उन्होंने अपने घर के पास बैरियर लगा लिए हैं। जिससे लोगों को आने जाने में समस्या होती है, दबंगई के चलते अनिल यादव के खिलाफ कोई बोलता नहीं है।
Leave a comment