
मूलरूप से सिकंदरा के बाईपुर निवासी एसके समाधिया काफी समय से जगदीशपुरा के मीनाक्षी पैलेस, बोदला में रहता है। फिलहाल इटावा की जसवंतनगर तहसील में तैनात है। इससे पहले आगरा की बाह तहसील में रजिस्ट्री विभाग में निबंधन लिपिक के पद पर कार्यरत रहा है। तभी उस पर भ्रष्टाचार से करोड़ों की कमाई करने के आरोप लगे थे। 2007 में आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में उनकी विजिलेंस जांच शुरू हुई।
विजिलेंस के इंस्पेक्टर अभय सिंह ने थाना जगदीशपुरा में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि बाबू ने आगरा में लोकसेवक के पद पर रहते हुए जांच के लिए निर्धारित अवधि में अपनी आय के समस्य ज्ञात स्रोतों से 915714.60 रुपये अर्जित किए जबकि खर्च किया 2871495.12 रुपये। इस तरह उसने अपनी आय से 1955780.52 रुपये का अधिक व्यय किया। स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया। फिलहाल उसके खिलाफ यही केस दर्ज कराया गया है। उसके रिश्तेदारों और नौकरों के नाम मिली संपत्ति के बारे में जांच चल रही है। एसपी विजिलेंस अरविंद कुमार मौर्य के अनुसार बाबू को आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में दोषी पाया गया है। मुकदमा दर्ज कराया गया है।
महिला मित्र की चर्चाएं
इसके साथ ही आरोपी क्लर्क के महिला मित्रों की भी चर्चा हो रही है, ये कई सालों से क्लर्क के साथ रह रही हैं और दोनों की शादीशुदा है। आए दिन क्लर्क होटल में पार्टी करता है और लग्जरी जिंदगी जा रही है।
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